सद्बुद्धि मांगे
बाकी सब अपने आप मिल जाएगा
भगवान ने अपनी पढ़ाई में ब्राह्मणों को बताया है
सद्बुद्धि आती है श्रीमत से
और भगवान श्रीमत देते हैं मुरली में
भगवान (बाबा) के साथ योग लगाने से बुद्धि में स्वच्छता आती है
लोग भगवान से वह सब कुछ मांगना चाहते हैं जो उन्हें इस कर्म क्षेत्र पर अपने जीवन में सुख शांति के लिए चाहिए
कार्य की सिद्धि के लिए
बताई हुई विधि को अपनाना नहीं चाहते
विधि अपनानी नही मिल सब कुछ जाए
लेकिन करना अपनी मर्जी से
भगवान के द्वारा बताई हुई विधि को अपनाने से ही सर्व प्राप्ति संभव है
तो देखो कितने चतुर है
और आलसी हैं
सोचते हैं हमें इस दुनिया के कर्म क्षेत्र पर
कुछ भी ना करना पड़े
जबकि आए हैं कर्म क्षेत्र पर कर्म करने
लेकिन कर्म करना नहीं चाहते
और चाहते हैं सब कुछ हमारे हाथ में आ जाए
तो जरा सोचो
लोगों की बुद्धि ठीक काम कर रही है?